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Ali Hashmi

Drama

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Ali Hashmi

Drama

मैं तुम्हें बताने आया हूँ

मैं तुम्हें बताने आया हूँ

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मैं तुम्हें बताने आया हूँ

मैं तुम्हें बताने आया हूँ


कितना दर्द है सीने में

मैं तुम्हें दिखाने आया हूँ


छीन लिया चैन मेरा

और छिना है नींदों को


उठो जरा आँखें खोलो

मैं तुम्हें जगाने आया हूँ


रोता है दिल मेरा भी

और रोती है मेरी आँखें


इन बहते अश्कों से

मैं तुम्हें भिगाने आया हूँ


तस्वीरों को जला दिया

जला दिया सारे खत को


उन जलते तस्वीरों से

मैं तुम्हें मिलाने आया हूँ


मिला सुकूं न पीने से

लग जाओ तुम मेरे सीने से


चलो साथ मे मेरे तुम

मैं तुम्हें ले जाने आया हूँ।।


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