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Keyurika gangwar

Abstract Classics Inspirational

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Keyurika gangwar

Abstract Classics Inspirational

मैं जैसी हूँ सुन्दर हूँ

मैं जैसी हूँ सुन्दर हूँ

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हाँ,मैं जैसी हूँ सुन्दर हूँ
 आवश्यकता नहीं मुझे फेशियल की
 मैं हर दिन चमकाती हूँ अपने रिश्ते को
प्यार की गरमाहट से।
हाँ मैं जैसी ……
नहीं आवश्यकता मुझे मैनीक्योर, पेडीक्योर की।
बिठा लेती हूँ ताल -मेल मायके और ससुराल का। उनकी शिकवा -शिकायते सुनकर।
 हाँ मैं जैसी ….
 हेयर स्पा की भी नहीं आवश्यकता मुझे रोज अपनों के सपनों का स्पा करती हूँ।
उनका साथ देकर, सलाह देकर।
 हाँ मैं …….
नहीं जरुरत है मुझे फेशियल की अपने रिश्तों की चमक बरकरार रखती हूँ।
 हर रोज मुस्कुराकर,  प्यार से।
हाँ मैं……
 नहीं जरूरत है मुझे बाहरी दिखावे की आत्मविश्वास से भर हर दिन करती हूँ श्रृंगार अपने मन का हाँ मैं……


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