माँ सरस्वती
माँ सरस्वती
श्वेत वस्त्र धारिणी ,पदमासनी
करते तुम्हें सब नमन।
ज्ञानदायिनी तुम ,वीणावादिनी तुम,
सुर की देवी
करते तुम्हें नमन।
जग में ज्ञान की सिरमौर ,ज्ञानचक्षु हो तुम।
तुम सुर साम्राज्ञी
हमारा बारंबार तुम्हें नमन।
झंकार संसार तुमसे , ज्ञानी भी तुमसे।
निशदिन करें सुर श्रंगार तुमसे।
सुर की मधुर ध्वनि
कर जोड़ करें तुम्हें , नमन।
शुभमति तुम से,शुभ गति तुमसे ,सर्व कार्य शुभ फलित तुमसे।
ओ ,विमलमति दायिनी
करते तुम्हें सब नमन।
सात सुरों की देवी ,दे विद्या का वर अंनत।
झुका मस्तक कर बद्ध करें प्रार्थना अंनत
अम्बा सरस्वती को
नतमस्तक करते नमन।
