#मैं_एक_नारी_हूँ।
#मैं_एक_नारी_हूँ।
माँग रहे हो तुम हमसे क्या, हम तो यार भिखारी हैं।
साथ हमारे दुनिया लेकिन, भय हमको हम नारी हैं॥
शुद्ध हृदय है सदा हमारा, नहीं द्वेष कटुता है कोई।
लोग समझते भले गलत हों, हम तो प्रेम पुजारी हैं॥
माँग रहे हो..
दिन भर चाहें जहाँ घूमे हम, खेले -कूदे ऐश करें।
लेकिन सूर्यास्त के पहले घर में, आना ये लाचारी है॥
माँग रहे हो....
लड़के की पत्नी मर जाए, दूजा ब्याह वो करते है ।
वहीं लड़की का पति मर जाए, हाय! किस्मत की मारी है॥
माँग रहे हो तुम हमसे क्या, हम तो यार भिखारी हैं
साथ हमारे दुनिया लेकिन, भय हमको हम नारी हैं॥