मैं अकेला चलता हूँ
मैं अकेला चलता हूँ


मैं अकेला चलता हूँ
चाहे कोई साथ चले
या न चले।
मैं अकेला ही खुश हूँ
कोई साथ हो
या न हो।
पर मेरी छाया
हमेशा मेरे साथ
होती है !
जो हमेशा मेरे
पीछे-पीछे
अक्सर मेरा
पीछा करती है।
घर हो या बाज़ार
हमेशा मेरे साथ ही
रहती है।
मेरी छाया से ही
मुझे हौसला
मिलता है !
क्योंकि
नाते रिश्तेदार तो
समय के साथ ही चलते हैं।
पर धूप हो या छाँव
छाया हमेशा
साथ रहती है।
और मुझे
अकेलेपन का अहसास
नहीं होने देती।
इसलिए मैं
अकेला ही चलता हूँ !!