मानसून आया
मानसून आया
खिल रहे सारे वन-उपवन देखों
चहक उठी है मन बगिया
सुन्दर-सुन्दर फूल खिलें है
हर्षित, प्रफुल्लित है दुनियाँ।।
स्वर्ग से सुन्दर धरा बनी है
उत्साहित है जीव दुनियाँ
कारण ढूंढते आस बाँधते
सब मौसम की करामात ओ सखियाँ।।
हरियाली चारों ओर है छायी
तृप्त हो रही ये अंखियाँ
सुकून, शांति मन को मिलती
सखियाँ भी बनाती खूब बतियाँ।।