माँ
माँ
तेरे होने से...
खुशियों का खजाना ..
भरा है मेरे आंगन में,
मेरी प्यारी माँ,
तू है तो मेरी दुनिया हसीन
दुनिया में मैं सबसे खुशनसीब
मै मेरी प्यारी माँ.
घर आंगन को संजोती
किसी चीज की कोई कमी ना
होने देती....
मेरी प्यारी माँ,
कैसे चुकाऊंगा तेरे दूध का कर्ज
यही सोचता हूं मैं दिन भर मां...
एक तू ही मेरी जिंदगानी तू ही
मेरी प्यारी माँ....
तुझसे बढ़कर नहीं कोई दुनिया
में मेरा प्यारी माँ..तुझ ही से आशय
तुझ ही से आशा
तू ही है मेरी अभिलाषा
बिना तेरे मेरा जग सुना
कैसे लिखूं.?
मैं तुझे तेरी कभी भाषा में,
सीमित कर देती मेरे मन को
तिमिर तिमिर कर निहित मेरे जीवन को मेरी प्यारी माँ.....
क्या लिखूं ?
शब्दों से अपने विचार माँ....
बिना तेरे नहीं कोई मेरी पूरी अधूरी जिंदगी माँ...
जीवन को मेरे देने वाली तू ही हैं जन्मदायिनी माँ...
बिना तेरे मेरा नहीं इस जन्म में जन्म मेरी प्यारी माँ....!