माँ
माँ
जब खुद से विश्वास उठ जाता है
तब माँ हौसला बढ़ाती है
माँ अपने बच्चे की हर तकलीफ़
बिन कहे समझ जाती है
जिंदगी की राहों को आसान
बनाती है
जब कोई नहीं होता साथ
तब माँ साथ निभाती है
घर से लेकर बाहर का काम
वो संभालती है
माँ ही है जो खुद भूखी रहकर
अपने बच्चे का पेट पालती है
दुःख से दूर सुख की छांव
माँ के आंचल में मिलती है
हर बच्चे की मुस्कान माँ
की गोद में खिलती है
कुछ शब्दों में माँ को
बयां करना मुश्किल है
क्यूंकि माँ सिर्फ जिंदगी
नहीं मेरा दिल है
