मां पापा
मां पापा
छू लो तुम चाहे आसमां की बुलंदी को
पर एहसान मां बाप के भूल मत जाना
सांसे गिरवी रख कर पढ़ाया है तुम्हें
उस बूढ़े बाप का कभी दिल मत दुखाना
वो झुर्रियों भरे हाथ साज है तेरे सिर का
वो नंगे पैरों में द्वार है जन्नत का
मां बाप के चरणों को तू हृदय में बसा लेना
इस पृथ्वी पर प्रतिरूप है वो ईश्वर का।