मां की सीख
मां की सीख
दिल से रिश्ते निभाने का ,
यह जो मेरा सलीका है,
खुद को तोड़कर ,
रिश्तो को जोड़ने का हुनर ,
मैंने मेरी मां से ही सीखा है,
ना करो समझौता कभी भी ,
अपने सम्मान से,
जिंदगी जियो हिम्मत और आत्ममसम्मान से।
दिल से रिश्ते निभाने का ,
यह जो मेरा सलीका है,
खुद को तोड़कर ,
रिश्तो को जोड़ने का हुनर ,
मैंने मेरी मां से ही सीखा है,
ना करो समझौता कभी भी ,
अपने सम्मान से,
जिंदगी जियो हिम्मत और आत्ममसम्मान से।