लॉकडाउन में पुरुष (हास्य)
लॉकडाउन में पुरुष (हास्य)
वाइफ सोए और हसबैंड जागे
खाना बनाए और बर्तन मांजे।
बच्चे इन्हें बनाए घोड़ा।
जैसे इनके सींघ विराजे।
बाहर थी कितनी आज़ादी
चीन की वजह हुई बर्बादी।
घर का काम न हो पाएगा
प्रभु करी हमने क्यो शादी।
सोशल डिस्टेंनसिंग बनाओ
मुँह पे अपने मास्क लगाओ।
हाथ धुलो साबुन से हरदम
कोरोना को खतम कराओ।
फिर से ऑफिस खुल जाएंगे
स्कूल सभी बच्चे जाएंगे।
बीवी बनाएगी फिर से खाना
हुकुम हमारा चलवाएंगे।