लोकडाउन में कुत्ता - बिल्ली का संवाद
लोकडाउन में कुत्ता - बिल्ली का संवाद
कुत्ता : मौसी आज गई नहीं
मौसी : नहीं कोई घुसने नहीं देता
सारे नाड़ी टेक,
बैठे जो है ड्योढ़ी पर
रात जल्दी सो जाते हैं
जब मैं जाऊं,
नींद पूरी हो जाती है
उन्हीं पर आना पड़ता है !
क्या बताऊं भैया शेरू?
तुम तुम नहीं गए?
नहीं मौसी,
कोई कुछ देता नहीं,
अब तो रस, फैन, बिस्किट,
सब बंद हो गए हैं,
पहले कहीं भंडारे से,
पेट भर लेता था ।