लोहड़ी पर्व
लोहड़ी पर्व
लोहड़ी पर्व आज गर्व से हम मनाएँगे।
अपने संग अन्य को भी नचाएँगे।।
लोहड़ी पर्व पर एकजुट सब हो जाते हैं।
फिर झूम-झूम कर यह त्योहार मनाते हैं।।
रेवड़ियों, मूंगफ़लियों से थाल सज जाते हैं।
पोपकोर्न, गज्जक आदि भी सभी को भाते हैं।।
लोहड़ी पर्व पर अनेक सामग्री जुटाई जाती है।
फिर संध्या के समय खूब रौनक लगाई जाती है।।
उपलों तथा लकड़ियों से आग जलाई जाती है।
गुड़ से बनी चीज़ें इक दूजे को खिलाई जाती हैं।।
लोहड़ी पर्व पर ढोल-नगाड़े बजाए जाते हैं।
खूब सज-संवरकर रौनकें लगाई जाती हैं।।
स्त्री-पुरुष, बूढ़े-बच्चे सभी नाचने लगते हैं।
अन्य रिश्तेदारों के उत्सव में शामिल होते हैं।।
लोहड़ी पर्व मकर संक्रांति से पूर्व मनाया जाता है।
आपसी भाईचारे का सांस्कृतिक पर्व मनाया जाता है।।
धर्म के प्रति गहरी आस्था को दिखाया जाता है।
इस प्रकार उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।।