लङकी
लङकी
लोग कहते है , हम लडकियों से डरते है
But उन्हे क्या पता ..
हम उन्ही के साथ रहते है ।
उन्ही की गोंद मे सोते है , जागते है ।।
उन्ही के साथ खाते है , पीते है।
उन्ही के लिये जीते है , मरते है ।।
उन्ही के लिये हँसते है , रोते है ।
उन्ही के बाहों मे खेलते है , कूदते है ।।
उन्ही के शीने मे , अपना दिल रखे है ।
तो उन्ही के जाघों मे , अपनी जुबान ।।
मेरे लिये तो , अब वही है (दुनिया) , वही है संसार
वही है अपना (प्यार ) , वही है (परिवार)
वही है जीवन का आधार
वही है (पूजा) , वही भगवान