STORYMIRROR

Shilpi Goel

Abstract

4  

Shilpi Goel

Abstract

"लम्हें जिंदगी के"

"लम्हें जिंदगी के"

2 mins
212

हर लम्हा जिन्दगी का

एक नई कहानी कहता है;

कोई दूर होकर भी पास 

तो कोई पास होकर भी

दूर रहता है;

हर लम्हा जिन्दगी का_ _ _ _


हर लम्हें मेें जिन्दगी 

एक नया गीत सुनाती है;

समेट कर दामन मेें अपने

नये छोर पर ले जाती है;

हर लम्हा जिन्दगी का_ _ _ _


जिन्दगी मेें लम्हेें नहीं

लम्हों में जिन्दगी जीते हैं हम;

जीकर देखो कुछ नायाब लम्हें

जिन्हें दिल के करीब महसूस करते हैं हम;

हर लम्हा जिन्दगी का_ _ _ _


ना लगाना कीमत इन लम्हों की

ना खोना इन पलों को;

यही लम्हें हैं जिन्दगी हमारी

यही हैं सबसे अनमोल खजाना;

हर लम्हा जिन्दगी का_ _ _ _


हर लम्हा अपने अन्दर 

एक अलग कवायद रखता है;

लम्हा - जो देता मीठी यादें

फुर्र से उड़ जाता है,

लम्हा - जो करता मन कसैला

उम्र भर को ठहर जाता है;

हर लम्हा जिन्दगी का_ _ _ _


हम सब ने जिए हैं ऐसे ही

कुछ नायाब लम्हें;

जिन्हें याद कर कभी लबों पर

मुस्कान है तैर जाती,

तो कभी जिनकी यादें हमें

ग़लतियों का एहसास करा जाती;

हर लम्हा जिन्दगी का_ _ _ _


याद हैं मुुुुुझे कुछ लम्हें 

सुनहरी यादों के - 

वो बेेेेफिक्र होकर सोना माँ की गोदी में,

सुकुन सा मिलना माँ की लोरी मेें,

वो माँ के हाथों से निवाला खाना,

वो पापा को मुझको गोद में उठाना,

हर सप्ताहांत पर घुुुुुमा कर लाना,

हर जिद्द मेरी पूरी करते जाना;

हर लम्हा जिन्दगी का_ _ _ _


याद हैं मुझे कुुछ लम्हें

मीठे एहसासों के -

मेरे जीवन मेें एक नये जीवन का आना,

उस नन्हीं जान के आने से

पूरे जीवन का बदल जाना,

वो रोए अगर - रोऊँ संग उसके,

वो हँँसे अगर तो मेेेेरा खिलखिलाना;

हर लम्हा जिन्दगी का_ _ _ _


क्यों याद करे हम ऐसे लम्हें 

जिनमेें हँँसी का ना कोई बहाना;

याद रखो बस ऐसे लम्हें

जिनसे बढ़ जाए खुशियों का पैैैमाना;

हर लम्हा जिन्दगी का_ _ _ _


जिन्दगी मेें लम्हेें जियो

चाहे लम्हों में जिन्दगी; 

याद रखना हमेेेेेशा एक फ़साना 

हर लम्हा सदा मुस्कुराना;


हर लम्हा जिन्दगी का

एक नई कहानी कहता है।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract