क्या रंग है आँसू का
क्या रंग है आँसू का
क्या रंग है आँसू का कैसे कोई बतलाएगा?
सुख का है या दुःख का है ये कोई कैसे समझाएगा?
कभी किसी के खो जाने से, कोई कभी मिल जाए तो
कभी कोई जो दूर हो गया, कोई पास कभी आ जाए तो
किस भाव में कितना बहता, कोई ध्यान नहीं रखता
हर हाल में इसका एक ही रंग है, फर्क ना कोई कर सकता
कभी दर्द में बह जाता है, हंसी में भी ये दूर नहीं
हम इस पर काबू कर पाये, ये इतना भी मज़बूर नहीं
हर एक काल में एक जैसा है, चाहे धूप या छाया हो
भूखे पेट कोई हो या फिर, कई दिनों पर खाया हो
पैसे कोई लूट ले जाए, या ज्यादा पैसा घर आ जाए
दुनिया कोई छोड़ के जाए, या नया मेहमान घर में आए
हर बूंद का रंग एक, हर बूंद का स्वाद एक है
चाहे भावना जैसी भी हो, बहने की रफ्तार एक है
होंठ जो बाते कह ना पाए, बहती धारा सब कह जाए
बिन शब्दों के बिन भावों के ये दुनिया के रंग समझाए
क्या रंग है आँसू का कैसे कोई बतलाएगा
सुख का है या दुःख का है ये कोई कैसे समझाएगा।
