क्या खूब समीक्षा
क्या खूब समीक्षा
नए नए लेखक बने थे वो
चरमोत्कर्ष पर था उत्साह
समीक्षा सर्वोत्तम करने की भी
मन में उफन रही थी चाह
उत्तम हिन्दी शब्दावली का था
भंडार अनुपम अद्भुत
लेकिन यह चतुराई नहीं थी
कौन सा शब्द कहाँ उपयुक्त
एक कविता श्रृंगारमयी थी
प्रेम भावों से पूर्ण रसी ण
वहाँ समीक्षा कर आए
बहुत "मार्मिक" "मर्मस्पर्शी"
एक रचना थी शहीदों के नाम
अश्रुमयी श्रद्धांजलि के साथ
वहाँ समीक्षा में लिख आए
बहुत खूब! क्या बात !
हास्य की एक रचना में था जहाँ
मस्ती ठहाकों का गुंजन
श्रीमान लिख आए वहाँ
"बहुत द्रवित हो गया मन"
एक ने अपने जीवन को दिया था
"जीवनी" में हूबहू उतार
वहाँ समीक्षा कर बैठे
"अद्भुत कल्पना शानदार "
एक कविता थी विरह वियोग की
जैसे वेदना साक्षात साकार
वहाँ कमेन्ट में लिख आए
"रोचक" "मनोरंजक" "मज़ेदार।"
