कविता से इश्क़
कविता से इश्क़
इश्क़ का मतलब, बताया नहीं जाता
कविता से इश्क़, जताया नहीं जाता
मैं तो लिख देता हूँ, बस यूँ ही,
सपनों का परदा, गिराया नहीं जाता,
कैसे बयान कर देते है, वो हालात,
मुझसे तो चेहरा, दिखाया नहीं जाता,
यूँ हो गये है गुम, मेरे विचार कहीं,
कहीं और दिल, लगाया नहीं जाता,
क्या रिश्ता है, कविता से ना पूछो,
सयानों को राज़, बतलाया नहीं जाता,
बस इतना जानना था तुमको 'साथी'
आशिक और कहीं, पाया नहीं जाता।।