कुण्डलिया : "नई लीक"
कुण्डलिया : "नई लीक"
छोड़ो अब पाखंड को, पकड़ो राह सटीक।
भेड़चाल चलना नहीं, नई बनाओ लीक।
नई बणाओ लीक, तोड़ अब रीत पुराणी।
चलो अहिंसा राह, लिखो सब नई कहाणी।
सही बुद्ध का ज्ञान, सत्य से नाता जोड़ो।
झूठ अंधविश्वास, ढोंग को अब तो छोड़ो।
छोड़ो अब पाखंड को, पकड़ो राह सटीक।
भेड़चाल चलना नहीं, नई बनाओ लीक।
नई बणाओ लीक, तोड़ अब रीत पुराणी।
चलो अहिंसा राह, लिखो सब नई कहाणी।
सही बुद्ध का ज्ञान, सत्य से नाता जोड़ो।
झूठ अंधविश्वास, ढोंग को अब तो छोड़ो।