कुछ दर्द कुछ खुशी
कुछ दर्द कुछ खुशी
कुछ दर्द कुछ खुशी लिए चलो,
कुछ नीरव चंचल हंसी दिए चलो,
ये कारवां जो वक्त के साथ चलता रहेगा,
तुम हर कदम पर रोशनी लिए चले चलो,
होगी फिर शुरूआत अन्तोदय,
तुम राग से इज़हार किए चले चलो,
कुछ दर्द कुछ खुशी लिए चले चलो।
शमा भी बदलेगा एक दिन जरूर,
तुम रूख समीर सा ओढ़ बढे़ चले चलो।
कुछ दर्द कुछ खुशी लिए चले चलो।
हैरान है दास्तां हैरान है हमराही,
सफर ए वास्ता बस हँसते चले चलो।
कुछ दर्द कुछ खुशी लिए चले चलो।