हिंदी जन की बोली
हिंदी जन की बोली
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उच्च वर्ग की प्रिय अंग्रेज़ी,
हिंदी जन की बोली हैं,
वर्ग-भेद को ख़त्म करेगी,
हिंदी वह हमजोली है,
सागर में मिलती धाराएँ,
हिंदी सबकी संगम है,
शब्द, नाद, लिपि से भी आगे,
एक भरोसा अनुपम है,
गंगा कावेरी की धारा,
साथ मिलाती हिंदी है,
पूरब-पश्चिम/ कमल-पंखुरी,
सेतु बनाती हिंदी है।