कशमकश
कशमकश
हर तरफ खूबसूरती, फिर भी दिल उदास है,
इस गोल दुनिया के,जाने कितने राज है,
बाहर सब खुशहाल, अंदर सब बेहाल है,
जाने यह क्या कशमकश, जाने यह क्या एहसास है।
हर एक चेहरे के, पहलू कई हजार हैं,
सुकून तो इस जहां में, मिलना दुश्वार है,
जिंदगी यहां बस, सांसों की मोहताज है,
जाने यह क्या कशमकश, जाने यह क्या एहसास है।
चाह साथ की रखकर, यहां कई दगाबाज है,
अकेलेपन की यह बीमारी, यहां लाइलाज है,
खामोश चेहरों के पीछे, कई चिल्लाते ख्वाब हैं,
जाने यह क्या कशमकश, जाने यह क्या एहसास है।