कर्मों के बल पर बदल गए
कर्मों के बल पर बदल गए
किसी पल या स्तर पर हो
सकती कोई नई शुरुआत
ये सब कुछ होता इंसान
के हौसलों से अकस्मात
ईश्वर की कृपा से मिलती
है इंसान को सटीक राह
जिस पर आगे बढ़ बदल
देता वो इतिहास का प्रवाह
सिकंदर, बाबर, नेपोलियन
सभी कभी रहे आदमी आम
कर्मों के बल पर बदल गए
भूगोल, इतिहास के आयाम
दृढ़ संकल्प लेकर इंसान जो
करते रहते हैं सतत प्रयास
वो ही बदला करते हैं अपने
क्षेत्र औ समाज का इतिहास।
