कोई तो है
कोई तो है
कोई तो है,जो चाहता है मुझे खुद से ज्यादा,
सामने नहीं आता वो अनदेखा चेहरा ,
छुपा हुआ है कहीं ,मुझसे ,दुनिया से ,
बस सपनो में देखती हूँ उसके अक्स को!
कोई तो है, जो मुस्कुराता है मुझे सोच कर ,
मन ही मन बुनता है सपने मेरे साथ के ,
चाहता है ,मेरा और सिर्फ मेरा हो जाना,
खयालो में सोचती हूँ उसकी मुस्कान को !
कोई तो है, जो दुआओं में मांगता है मुझे ,
बांटना चाहता है अपने सुख दुःख मेरे साथ ,
गुज़ारना चाहता है एक उम्र मेरे साथ,
ढूंढती हूँ मैं भी उस एहसास को !
कोई तो है ,जो ले जायेगा मुझे अपने साथ,
अपनी दुनिया को मेरी दुनिया बनाने,
कोरे पन्नो पर एक नयी कहानी लिखने,
जीना चाहती हूँ मैं भी उसके ख्वाब को !
कोई तो है !