कन्यादान
कन्यादान
दुनिया में कोई भी दान हो
लेकर सर शर्म से झुक जाता है
कन्यादान एक ऐसा दान है
जिसे लेकर सर गर्व से उठ जाता है
वो हमारे घर आकर हमे और
हमारे घर को सम्भालती है
हमारी कुछ न होकर भी
इतनी अपनी बन जाती है
हमारा ख्याल हमसे बेहतर रखती है
इसके लिए ज़मीन आसमान एक करती है
बदले में कुछ नहीं चाहती है
बस थोड़ा प्यार थोड़ी सी परवाह