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Yogeshwar Dayal Mathur

Inspirational

4  

Yogeshwar Dayal Mathur

Inspirational

कल्पना

कल्पना

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काश! हमारी ये धरती स्वर्ग होती 

सभी अपने होते न कोई ग़ैर होता 

न दुश्मन होते न किसी से बैर होता 

न रंजिश होती सबसे प्यार होता 

न कोई तन्हा होता सभी साथ होते 

न मायूस होते सभी ख़ुशहाल होते 

न क्लेश होता न मनमुटाव होता 

शिकवे न होते अमन चेन होता 

न गरीब होते न अमीर होते 

मजबूरी में कोई भूखा न सोता 

किसी नियामत की कमी न होती 

हैसियत में बड़े और छोटे न होते 

सबको एक दूसरों का लिहाज़ होता 

मज़हब के नाम उन्माद न होते 

ज़मीं का हर बंदा इंसान होता 

अगर ये कल्पना साकार होती 

हमारी ये धरती स्वर्ग होती।


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