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Ruchika Rai

Abstract

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Ruchika Rai

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किताबें

किताबें

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किताबें मेरी एक पक्की सहेली,

गम हो या खुशी न रहने दें अकेली,

हर समस्या का हल बताये मुझे,

है बड़ी अनोखी और अलबेली।


कभी मॉं सा प्यार और ममता लुटाये,

कभी प्रेमी के प्रेम में मुझे उलझाये,

कभी ड्रामा ,कभी रहस्य ,कभी रोमांच,

अपनी किताबों से हम सदा ही पाएं।


किताबें ज्ञान का है अनमोल खजाना,

जीवन में भरपूर ज्ञान उससे ही पाना,

लक्ष्य तक पहुँचाने में मदद करें सदा

अगर उसके हर पन्ने से रहे न अनजाना।


इतिहास भूगोल की सब बातें उसी में,

ज्ञान विज्ञान की है उसमें अनमोल कहानी,

हिम्मत हौसलों से दर्द पर भारी पड़ें कैसे

ये गुर हमने उससे ही सीखी और जानी।


किताबों से जो अगर हम करते बातें,

जाने अनजाने हर दिन में मुलाकातें,

अकेलापन की वह सच्ची साथी बन जाएं,

उसके संग में लंबी लगती नही रातें।


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