कथा
कथा
त्रेतायुग की है कहानी
है पौराणिक कथा
महाभारत रामायण
प्राचीन मूलकथा
यही कथा ओ में त्रिदेव
ब्रम्ह विष्णू महेश
सबसे सुन्दर यूवती
त्रीलोक का रहस्य
विराजमान सत्यभामा
रुप का अहंकार
भगवान बोले बडे यूध्द
नष्ट हो सोचकर
अभ्दुत लीला है प्रभू की
भोले शिव शंकर
चरणों धरे विन माथा
देव रुप साकार।