किताब
किताब
ज़माना बदल रहा है
इंसान बदल रहा है
टैक्नोलॉजी का प्रभाव है
एक से एक नेट पैक तैयार है
गूगल बाबा की दया अपरम्पार है
ज्ञान का भण्डार है
दुनिया कहीं से कहीं पहुँच गई
पर ....
आज भी कोई किताब का
मुकाबला नहीं कर सकता
जितनी बार चाहो पढ़ मारो
दादा खरीदे, पोता बरते
ज्ञान भी पीढ़ियों तक बरसे
न नेट की प्रॉब्लम
न रिचार्ज का झँझट
बस प्यार से उठाओ
और हो जाओ शुरू
खुद पढ़ो औरों को पढ़ाओ
देश को तरक्की की राह ले जाओ।
है न कमाल की चीज किताब..
ज्ञान से भरपूर
जीवन संरक्षक
संस्कृति की परिचायक
समाज की सशक्त नींव
भविष्य की सम्पूर्ण आस
हर मानव का विश्वास
खूब पढ़ो ,खूब बढ़ो
बस किताबों से दोस्ती कर लो ..
न करती कभी छल
हमेशा देती साथ
एकान्त की साथी
मनोरंजन का साधन
अध्ययन की साधना
किताब किताब किताब