किस्मत की रेखा
किस्मत की रेखा
उस गरीब लड़के की
किस्मत की रेखा
मिटने ही वाली थी कि
वह तो अचानक
एक प्रकाश पुंज सी
चारों दिशाओं में
फैल गई
उसका सिरा उसने जो न छोड़ा
एक उम्मीद का दामन थामे रखा और
वह जो निरंतर प्रयास करता रहा
दर दर की ठोकरें खाता रहा
जी तोड़ मेहनत करता रहा
उसी का शायद यह नतीजा था कि
किसी किताब की कहानी में
घटित हो रहे किसी जादू की तरह ही
उसकी किस्मत की रेखा तो
एक बार फिर
एक भरी पूरी ट्यूबलाइट की
रोशनी सी ही चमक गई
उसे अपने किस्मत के खेल पर
यकीन करना थोड़ा मुश्किल
प्रतीत हो रहा था
यह सब हुआ कैसे
ऐसा कुछ होगा
यह तो उसकी कल्पना से
परे था
यह तो उसके सपनों से भी
ऊपर का कोई संसार था
आज यह सब चरितार्थ
होते दिख रहा था कि
कर्म किये जा फल की
इच्छा न कर
आज सफलता की
सीढ़ियों को एक एक करके
पार करते हुए लग रहा था कि
सच में
असंभव जैसा कुछ नहीं
इस संसार में
सब कुछ संभव है
मुमकिन है
बस ईश्वर की कृपा दृष्टि
आप पर बनी रहे
कई बार ऐसा होता है
जीवन में कि
लाख चाहने पर भी कुछ
हासिल नहीं होता और
कई बार ऐसा भी होता है कि
प्रयास भी शायद
उतने अधिक नहीं होते
जितना खुदा
छप्पर फाड़कर दे देता है
इसीलिये यह बात तो
हर कोई अपनी गांठ में
बांध ले कि
प्रयास तो करते रहे
निरंतर
प्रयत्नों का दौर
जारी रहना चाहिये
कहीं रुकना नहीं
चाहिये
मरते दम तक
आखिरी सांस तक
एक सही दिशा की
तरफ बढ़ते कदमों से अपनी
कोशिश लगातार जारी
रखें
मंजिल चूमेगी
हर हाल में
आपके कदम
खुद पर भरोसा रखें
अपने सपनों की यात्रा
जारी रखें।