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Saibalini Rayaguru

Abstract Inspirational

4.5  

Saibalini Rayaguru

Abstract Inspirational

किसे पता है ?

किसे पता है ?

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दुनिया में है अनेक देश,

उन देशों में छिपा एक मेरा देश।


देशों में है अनेक राष्ट्र,

उन राष्ट्रों में है छिपा एक मेरा राष्ट्र।


राष्ट्रों में है अनेक राज्य,

उन में है छिपा एक मेरा राज्य।


राज्यों में है अनेक स्थान,

उन स्थानों में है एक मेरा स्थान।


स्थानों में है छिपा अनेक घर,

उन घरों में है एक मेरा घर।


उस घर में हूं मैं,

क्या है ये दुनिया ?


ना जाने ऐसा क्यों है ?

किसी को नहीं पता है।


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