ख्वाब
ख्वाब
सोचा
कभी मुलाकात होगी तुमसे
सपनों में नहीं
हकीकत में।
सोचा कभी मिलोगे तुम हमको
हमें देखकर मुस्कुराओगे।
लेकिन क्या कभी ख्वाब पूरा हुआ है
जो मेरा ये सपना पूरा होगा।
सपने तो हजारों देखें हमने आपके
लेकिन आपसे मिलने की चाहत
हमें मौत के करीब ले आई।
आपसे मिलने की चाहत
हमें अपनो से दूर ले आई।
काश तुम हकीकत होते
ख्वाब नहीं !
काश हम मिल पाते
ख्वाब में नहीं
हकीकत में।

