उस पार कही....
उस पार कही....
"सुना है उस पार कहीं
कोई अनजान रहता है !
वो लोगों को उम्मीदें ना सही !
ख्वाब देता है !
मुझे भी जाना है उस पार कहीं...
मुझे उम्मीदें ना सही
खुला आसमान लेना है !"
"सुना है उस पार कहीं
कोई अनजान रहता है !
वो लोगों को उम्मीदें ना सही !
ख्वाब देता है !
मुझे भी जाना है उस पार कहीं...
मुझे उम्मीदें ना सही
खुला आसमान लेना है !"