ख़ामोश हूं
ख़ामोश हूं
ख़ामोश हूं मैं तुमसे
जब से हर पल मेरा
मैंने तुममें देखा है,
ज़िन्दगी मेरी मैंने
जब से तुममें देखीं है
हर दिन वहीं, हर दिन
नया, तुममें मैने अपने
जीवन का हर पल
तुमसे सिर्फ तुमसे हां...
तुमसे ही तो तुममें
मैंने ख़ुद को देखा है।

