खबरदार जीजाजी
खबरदार जीजाजी


जीजाजी हमारे किस्मत के मारे,
बड़े ही खुश मिजाज सबके सहारे,
हमेशा चलते थे अपनी ही बातों में
दीदी की बातों में फंस गए बेचारे,
एक दिन बोला साक्षात्कार हमारा है
जाना है हमको विचार हमारा है,
साक्षात्कार ऐसा हुआ,बदल गया ख्याल,
घर जाने की जगह पहुंच गए ससुराल,
पहुंच गए ससुराल गजब हुआ भारी,
खातिरदारी खूब हुई सुनो बात हमारी,
घर में था पता ददा गए इन्टरव्यू को,
कर दी वीडियो काॅल ननद ने जी को,
देख काॅल कांम्पन छूटी जीजाजी जी की,
बात समझ में आई तुरंत दीदी जी की,
बोल यहां से अभी निकलना होगा,
समय से पहले हमें तो घर पहुंचना होगा,
समय समय की बात कान पकड़े दोनो,
बिना बताए घर से नहीं निकलूंगा फोरन,
पहुंचे घर तो बात बनी जैसे तैसे,
समय बीत गया रहे जीजाजी वैसे के वैसे!