मां भारती तेरा वर्णन करूं
मां भारती तेरा वर्णन करूं
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मुकट हिमालय का सिर पर,
कश्मीरी श्रृंगार तेरा है,
हिल मिल कर सब नदियां बहतीं,
अति सुन्दर परिवार तेरा है,
तेरे लाल ना हों काल से मूर्क्षित,
तब डटकर देते पहरा हैं,
बद्री तेरी रक्षा करें,
जब करें केदार सवेरा हैं,
ना भावना बदले की मन में,
तन में विकर्ण बसेरा है,
मां भारती तेरा वर्णन करूं,
अति सुन्दर परिवार तेरा है।
