खाटू के श्याम
खाटू के श्याम
जितने मुंह उतने नाम जितने मुंह उतने नाम
कोई कहे सांवरा कोई कहे खाटू का श्याम
1
सारे जग में धक्के खाकर इसके दर आ जाइए
सारे दुखड़े कटेगा खुशियां झोली भर के पाइए
इसके दर्शन मात्र से बिगड़े बन जाए काम
जितने
कोई
2
दया है इनके दिल में भक्तों को नहीं सताते
एक बार मैं मान जाए भक्तों को नहीं रुलाते
सजदा करता है दिल करता है इन्हें सलाम
जितने
कोई
3
अंबर में भी श्याम पर्वत में भी श्याम
जन जन के मन मंदिर में इनका ही धाम
आंखें ठंडी हो जाएंगी सासे, साथ भी साथ निभाएगी इसके दर कर ले आकर तुम विश्राम
जितने
कोई कहे.......