कदम
कदम
कदम से कदम जैसे मिलकर चलते हैं I
यूँ लगता है जैसे वो कोई रिश्ता बुनते हैं I
हर बार वो अपनी छाप छोड़ते हैं I
इतिहास में वो अपनी पहचान छोड़ते हैं I
अभिमान न करना जीवन में अपनी हैसियत का I
वक्त ही गवाह होता है हर एक शख़्सियत का I
चलते रहना कदमों का ज़िन्दगी की कहानी है I
रुका हुआ पानी जैसे मौत की निशानी हैI
हर सपना हकीकत बन सकता हैI
गर कदमों में निरंतरता हैI
पंख लगा उड़ जा आसमां असीमित हैI
इन कदमों की शक्ति भी अपरिमित हैI
कठिनाई का हर रूख ये मोड़ सकती है I
संकल्प की शक्ति चुनौतियों से लड़ सकती हैI
ऐसे कर्म योद्धा की नींव रख संसार में I
भाग्य विधाता भी बन अपने कर्म व्यवहार से I