STORYMIRROR

Amrita Rai

Tragedy

2  

Amrita Rai

Tragedy

कभी कभी

कभी कभी

1 min
100

कभी कभी वो वक्त भी आता है,

जब इंसान से ज्यादा महत्वपूर्ण पैसा हो जाता है

अपना भी पराया बन जाता है

खुद का साया भी दगा दे जाता है

गलती कोई एक करता है

विश्वास सभी से उठ जाता हैं।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy