काव्य
काव्य
मन में जगाए लय
कर्ण को लगे श्रव्य
इतना है तय बहुत
बहुत है मधुर
इन शब्दों से निकला काव्य।
मन में जगाए लय
कर्ण को लगे श्रव्य
इतना है तय बहुत
बहुत है मधुर
इन शब्दों से निकला काव्य।