जज़्बात
जज़्बात
दिल अपनी कहने ही वाला था
कि उसने अपनी दिल की कह दी
मनसूबों का महल बनने ही वाला था
कि उसने दिले जमीं ही पराई कर दी
दिल अपनी कहने ही वाला था
कि उसने अपनी दिल की कह दी
मनसूबों का महल बनने ही वाला था
कि उसने दिले जमीं ही पराई कर दी