क़िताबें
क़िताबें
आओ पुस्तक के मेले में
दूर रहो झंझट है मेले से
मन को खुश और ताजा कर दे
आओ किताब से कुछ साझा कर ले
जीवन को स्वच्छंद बनाकर
पोथी पुराण में मन को लगा कर
निखर जाए जिससे जीवन सबका
किताब में ही है सामर्थ्य इतना
मन रूपी भँवरे को करने काबू
बहुत सारे हैं इसमें सुझाव बाबू
जितनी बार किताब तुम पढ़ो
उतनी ही बार उचित अर्थ ग्रहण करो
समझो समझो इस ज्ञान मेरे भाई
पुस्तक को बनाए हमेशा प्रेरणादायी।
