जिंदगी
जिंदगी
काश जिंदगी हम खुद लिख सकते
तो हम कुछ लोगों को अपनी जिंदगी से निकाल सकते
काश जिंदगी एक पन्ना होती
तो हम पढ़ सकते
क्या पाएंगे हम और क्या खोयेंगे
कब हमें खुशी मिलेगी और कभी गम
काश जिंदगी एक पन्ना होती
तो बुरे वक़्त को हम
फाड़ कर फ़ेक सकते
काश जिंदगी एक पन्ना होती
तो हम अच्छे वक़्त को जोड़ कर रखते
काश जिंदगी एक पन्ना होती
तो हम अपने सारे सपने पूरे कर सकते थे
काश जिंदगी एक पन्ना होती
जिसमें हम अपने सारे ख्वाब लिख सकते
तो जिंदगी कितनी हसीन होती
जिसमें कोई तकलीफ नहीं होती
आराम ही आराम रेहता
पर क्या करें जिंदगी तो जिंदगी है
अच्छी है या बुरी
जीना पड़ेगा जब तक लिखा है।