जिंदगी का गणित
जिंदगी का गणित
सवालों के जवाब तभी मिलते हैं
जब उसे हल किया जाता है,
जिंदगी हो या गणित यह तो क्रम
जिंदगी का ऐसे ही चलता है,
शून्य से शुरू होकर कई -कई अंकों का
हिसाब सीखा जाता है,
जिंदगी हो या गणित यह तो क्रम
जिंदगी का ऐसे ही चलता है।
हर नंबर जिंदगी में अहम हो जाते हैं
जब जिंदगी का अंक गणित सामने आता है
छोटी -छोटी बातें भी जोड़-घटा जिंदगी का,
जिंदगी का गणित
हमें यह हर बार यह सिखा देता है,
जिंदगी हो या गणित यह तो क्रम
जिंदगी का ऐसे ही चलता है।
कभी अच्छाई का जोड़ तो
कभी बुराई का सूत्र जिंदगी में घट जाता,
बोडमास, पाईथागोरस सब देखा
इसी घटते बढ़ते क्रम में
एक सूत्र दूसरे सूत्र में पिरोया जाता है,
जिंदगी हो या गणित यह तो क्रम
जिंदगी का ऐसे ही चलता है।
जिंदगी के इस वृत्त केंद्र में
कई चुनौतियाँ होती हैं,
कभी परिमाप तो कभी केंद्र का
बिंदु बन जाती है
है हमारी जिंदगी का खास हिस्सा,
जिंदगी हो या गणित यह तो क्रम
जिंदगी का ऐसे ही चलता है।
दशमलव के आगे पीछे नंबर बदलते
गुणा भाग का समाधान खोजते हैं
जीवन भी एक गणित है
जिसका फार्मूला आगे बढ़ता रहता है
कभी त्रिभुज , कभी आयत ,कभी वर्ग बन
जिंदगी का किस्सा चलता है,
जिंदगी हो या गणित यह तो क्रम
जिंदगी का ऐसे ही चलता है।