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Phool Singh

Drama Inspirational

4  

Phool Singh

Drama Inspirational

जिंदगी-एक संघर्ष

जिंदगी-एक संघर्ष

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जिन्दगी कहलाती एक बहता दरिया, बहे बस वो बहती जाएं

आलसी, कामी-क्रोधी को ले डूबती 

सदा संघर्षशील को मौका देती जाएं।।


कुछ हद से ज्यादा मेहनत करते, तेज सुख-दुःख के बहाव से लड़ते जाएं

टक्कर खाते घायल होते

बुद्धि-ज्ञान, आशा-निराशा के संग वो लड़ते जाएं।।


मौका देती राह दिखाती, बहा के संग में जीव को लेती जाएं 

कुछ कर गुजरने जिद्द जीव की

नए रूप दुनिया के उसे दिखलाती जाएं।।


नाम दिलाती धन-शोहरत लाती, अहम-काम-द्वेष में जीव फिर क्यूं भरते जाएं

कर्ता बन जीव खुश हो जाता 

वो उपकार नदी के भूल क्यूं जाएं।।


निश्चित होते जीवन के हर पल हर क्षण, भूमिका हम सब निभाते जाएं 

है जीवन-मृत्यु अंतिम सत्य 

हमेशा भूत-भविष्य की झलक भी दिखलाती जाएं।।


सब कुछ निश्चित हमारी नियति करती, सब धारा में उसकी बहते जाएं

होना है जो हो के रहेगा

हर क्षण संघर्ष का मौका वो देती जाएं।।


जिन्दगी कहलाती एक बहता दरिया, बहे बस वो बहती जाएं।।


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