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Sabita Kumari

Abstract

3.8  

Sabita Kumari

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जिंदगी एक गीत

जिंदगी एक गीत

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हंसाती है, रुलाती है ज़िन्दगी सताती हैं

 सच तो है कि ये, हमें जीना सिखाती हैं।


मुस्किलो से ना डरें, डट कर हम हो खड़ें

छू कर उन चट्टानों को, आसमां में हम उडें।


कुछ सपने हो पूरे, उम्मीदें ये जगाती हैं

वक्त के साथ हो खडे़े हौसला ये बढ़ाती हैं।


उन तूफानों से लड़ें, मंजिल की ओर बढ़े

हो इरादा  इतना की नेकी हम करे।


उस बुराई की अंधेरों में सच्चाई की हो रोशनी

जैसे अंधेरी दुनिया में  चमकती हो चांदनी।


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