Shubhra Varshney
Abstract
जीवन संघर्षों की बेला है नहीं तो अंधेरे में उजाला भी अकेला है
हर हर महादेव ...
दिन-9 गुलाबी ...
दिन-8 हरा (मै...
दिन-7 नारंगी-...
दिन-6 ग्रे (च...
दिन-5-हूं मां...
दिन-4 मैंने ख...
दिन-3 ब्लू बस...
दिन-2 लालअदम्...
दिन-1 सफेद शी...
बेतरतीब साध्य के चक्कर में न पड़ो। बेतरतीब साध्य के चक्कर में न पड़ो।
बारिश हजारों बुंदों की, कविता दो चार शब्दों की। बारिश हजारों बुंदों की, कविता दो चार शब्दों की।
छोड़ो अब जिद जाने भी दो.. सवेरा हो रहा है। छोड़ो अब जिद जाने भी दो.. सवेरा हो रहा है।
मुसाफ़िरों के रूप में दुनिया घूमे, ख़यालों के बादलों पर सवारे रहे हम। मुसाफ़िरों के रूप में दुनिया घूमे, ख़यालों के बादलों पर सवारे रहे हम।
उन्होंने दिल तोड़ा, और हमने...रिश्ता ! उन्होंने दिल तोड़ा, और हमने...रिश्ता !
कहो वह सुख के सागर में डुबकी कैसे लगाएंगे। कहो वह सुख के सागर में डुबकी कैसे लगाएंगे।
बहुत कुछ खोया है तब जाके सुकून थोड़ा सा पाया है। बहुत कुछ खोया है तब जाके सुकून थोड़ा सा पाया है।
पर अपने गमों को कभी, ना देख पाए खुद हम। पर अपने गमों को कभी, ना देख पाए खुद हम।
बड़ा मुश्किल है .... इस जग में मिलना एक सच्चा इंसान। बड़ा मुश्किल है .... इस जग में मिलना एक सच्चा इंसान।
मेरे अंदर अंधेरा बड़ा है । मेरा नाम होता देखते हो मेरे अंदर अंधेरा बड़ा है । मेरा नाम होता देखते हो
हज़ारों धक्के खाने वालो से मत पूछो वातानुकूलित कार क्या होती है? हज़ारों धक्के खाने वालो से मत पूछो वातानुकूलित कार क्या होती है?
आजकल वे बहुत ही निखरने लगे हैं। हर घड़ी रोज फिर फिर सँवरने लगे हैं॥ आजकल वे बहुत ही निखरने लगे हैं। हर घड़ी रोज फिर फिर सँवरने लगे हैं॥
एक तनहा ही नाम जंचा मेरे किरदार को। एक तनहा ही नाम जंचा मेरे किरदार को।
राब्ता छात्रों एवं अध्यापक के सम्बन्ध का तो शिक्षा कहलाता, राब्ता छात्रों एवं अध्यापक के सम्बन्ध का तो शिक्षा कहलाता,
विजय पाना है तो हिम्मत कीजिए जुनून पैदा कीजिए विजय पाना है तो हिम्मत कीजिए जुनून पैदा कीजिए
लेकिन आंखों का इंतजार आज भी वही है। लेकिन आंखों का इंतजार आज भी वही है।
तस्वीरों में कौन कहता है जान नहीं होती। तस्वीरों में कौन कहता है जान नहीं होती।
क्षितिज पर मिलते, धरती और आकाश के किनारे. क्षितिज पर मिलते, धरती और आकाश के किनारे.
कीरति पावे सुजन वही गुरु चरण जो ध्यावे ! कीरति पावे सुजन वही गुरु चरण जो ध्यावे !
किसी की कौवे सी कर्कश बोली, तो कोई कोयल सा मीठा गाता है।। किसी की कौवे सी कर्कश बोली, तो कोई कोयल सा मीठा गाता है।।