जीवन की श्रेष्ठ फोटो
जीवन की श्रेष्ठ फोटो
मेरे माटी के घर की
दीवालों में
बड़े लोगों की फोटो
नहीं पाओगे
बड़े लोगों के साथ फोटो खींचना
सपने में भी नहीं देखा हूँ
फोटो खिंचाया हूँ तो
गाँव की हमजोलियों के साथ
जो मेरे जैसे ही निर्धन है
काले और कुत्सित है .
हाँ- हाँ एक फोटो है
शादी के समय की
जहाँ ख़ुशी के साथ खड़ा हूँ
धर्मपत्नी के साथ .
लोगों का तो बहुत सारी फोटो है
फोटो खिंचाया है
अपनी प्रेमिका ,पत्नी और बच्चों
के साथ
फोटो खिंचाने के लिए जाते है
हिमालय पर ,दार्जिलिंग की पहाड़ियों में
असम की चाय बागान में
बचपन में
घाटशिला की
बिंधा मेला में
फोटो खिंचवाया था
खिली फूलवाली मुस्कान के साथ
बैठकर माँ-पिताजी के बीच
जो मेरी जीवन की
श्रेष्ठ फोटो है .
