जीवन की गाड़ी चल तो रही हैं,
जीवन की गाड़ी चल तो रही हैं,
रुके हुए से इन दिनों में जिंदगी चल तो रही हैं,
एक दूसरे के लिए लोगों की सोच बदल तो रही हैं।
सीमित संसाधनों में भी जीवन की गाड़ी चल तो रही हैं,
खाली मंदिरों में भी घंटियों की आवाज गूंज तो रही हैं।
मोबाइल के इस युग में फिर से दिलो की डोर जुड़ तो रही है,
इंटरनेट के सहारे कटते दिनों में रिश्तों की मिठास घुल तो रही हैं।
होटल में खाने वालों का पेट घर की रोटी भर तो रही हैं,
बदली हवा की लहरें कुछ अच्छे संकेत दे तो रही हैं।
आज फिर मेरे कीबोर्ड से।