राह कहाँ छोड़ी है
राह कहाँ छोड़ी है
आज छोटी उड़ानें गगन चूम लें
मिलकर के ऐसा एक संकल्प लें
जीत मिलती सदा उन्हीं को यहाँ
जो अपने हौसलों को दृढ़ कर लें
लोग कहते हैं कर पाएगा ये क्या
अपने जज्बातों को दिखा दो यहाँ
भरा है क्या मेरे दिल में जुनूँन
सफलता इन्हें भी दिखा दो यहाँ
अभी काम व पहचान छोटी है
शोहरत की गली थोड़ी छोड़ी है
चलते जाएँगे बढ़ने की राह में
सफलता की राह कहाँ छोड़ी है
